मिठवल। भ्रष्टाचार मे चहुमुखी सफलता प्राप्त कर चुका रमवापुर दूबे गांव,वर्तमान मे जिम्मेदार प्राथमिक और जूनियर विद्यालय मे अपने पूर्ववत रवैये को अंजाम दे रहे हैं ।मानक के बिपरीत कराये जा रहे कार्य में
ग्रामीणों के अनुसार मिट्टी रेत मिली सीमेंट के साथ लगाया जा रहा है। टाइल्स कितने समय तक चलेगा इसके समझने के लिए किसी के पास समय नहीं है।आम आदमी सहित कर धारकों से कर के रूपये वसूल करके विकास के मद मे पैसा जमा होता है।लम्बी और जटिल प्रक्रिया के बाद निर्माण कार्य के लिए दी जाती है । चल रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता देखने के लिए जिम्मेदार, संस्था द्वारा कराए गए कार्य की गुणवत्ता न परख कर ,ठीकेदार की गुणवत्ता परखने लगते हैं।नतीजतन बनने के कुछ दिनों बाद ही कार्य की हकीकत सामने आ जाता है।जवाबदेही की प्रक्रिया मे मणिक माला की तरह पूरा सिस्टम ही जुटा होता है।परिणाम स्वरूप सारा मामला वहीं का वहीं रह जाता है। इस बारे में ग्राम विकास अधिकारी रविकुमार से पूछने पर कहा कि रोजगार सेवक को जिम्मेदारी दी गई है उनको वहां होना चाहिए। खंड विकास अधिकारी रघुनाथ सिंह ने कहा कि मै दिखवा रहा हूं।
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