धीरेन्द्र चौधरी
शोहरतगढ़़/सिद्धार्थनगर।
रहमतों और बरकतों का महीना रमजान से मंगलवार को शुरु हो गया था। रमजान माह का 19वां रोजा बड़ों के साथ-साथ नन्हे व मासूम बच्चों ने भी रखा। यह इनकी जिन्दगी का पहला रोजा था। बच्चों को उनके माता-पिता और रिश्तेदारों ने पहला रोजा रखने पर बच्चों को दुआओं के साथ-साथ ढेर सारा उपहार भी दिया। मिली जानकारी के अनुसार जिले के शोहरतगढ़़ कस्बे के मोहतर्मा कहकशां अंसारी पत्नी मरहूम डा0 अंसारी के सर्जन दम्पति सर्जन डा0 सरफराज अंसारी, सर्जन डा0 रुही परवीन के नौ वर्षीय पुत्र मो0 शायान अंसारी ने अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखा। वहीं बड़े पापा डा0 शादाब अंसारी, बड़ी मम्मी निशात बानो एवं चाचा ई0 एजाज अंसारी, चाची डा0 अलशिमा धूप व भूख प्यास की परवाह किए बिना नन्हे मुन्ने बच्चे ने सिर्फ रोजा रखा अपितु अल्लाह और उसके रसूल की रजा हासिल करने के लिए भूख और प्यास की शिद्दत भी बर्दाश्त की। मो0 शायान अंसारी के माता-पिता ने बताया कि उन्हे उम्मीद नहीं थी कि उनका बच्चा रोजा रख पायेगा। लेकिन बच्चे ने पूरे दिन भर का रोजा मुकम्मल किया। शायान फिलवक्त कक्षा तीन के छात्र हैं। शायान ने रोजा भी रखा और अपने वालिद के साथ नमाज भी अदा की। उनके दादी मोहतर्मा कहकशां अंसारी ने शयान के पहला रोजा रखने की खुशी में घर मे खास पकवान का इंतेजाम किया। रोजा इफ्तार के दौरान नन्हे मुन्ने रोजेदारों ने अपने मनपसंद के लजीज खाने का भी लुत्फ उठाया। इस दौरान मम्मी-पापा ने भी बच्चों की पसंद का पूरा ख्याल रखा।
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