संवाददाता
पथरा बाजार क्षेत्र के गौरी पाठक गांव में बुधवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 130 जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर मौजूद दलित समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। साथ ही एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मित्र संघ के राष्ट्रीय महासचिव राम अशीष पाठक ने कहा कि हर साल 14 अप्रैल को अंबेडकर जी के उनके भारत की स्वतंत्रता में अमूल्य योगदान के कारण अंबेडकर जयंती मनाई जाती है। 14 अप्रैल 1891 का दिन था जब दलितों के हक की लड़ाई लड़ने वाला और भारत के संविधान के निर्माता भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था। उनका जन्म मध्य प्रदेश के महु में हुआ था। 2015 से अबेडकर जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है। उन्हें 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। बाबासाहेब का जीवन सचमुच संघर्ष और सफलता की ऐसी अद्भुत मिसाल है।
ग्राम प्रधान पद प्रत्याशी बब्लू पाठक ने कहा कि देश में सभी नागरिकों को समान अधिकार दिलाने में बाबा साहब का प्रमुख योगदान है। उन्होंने समाज को एकजुट करने के लिए संविधान का निर्माण किया आज भी उनके बनाए संविधान व देश चल रहा है।
रवींद्र नाथ पाठक ने कहा कि अम्बेडकर जी कानून के ज्ञाता थे , उन्होंने संविधान लिखने के बाद कहा था कि यदि मुझे लगा कि संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो मैं इसे सबसे पहले जलाऊंगा। सर्व धर्म की भावना से वह ओत-प्रोत थे। इस अवसर पर देवशरण पाठक, महेंद्र द्विवेदी पंकज द्विवेदी, बहाउ, सिंटू पाठक, रामदीन, माता प्रसाद पाठक, गोपाल पांडेय, अन्नू पाठक बालगोविंद पाठक मोती मिठाई बाबूलाल पिंकू रो हनी डीएम पाठक रिंकू पाठक श्रीकांत पांडे गंगाराम आदि लोग उपस्थित रहे
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