Saturday, 17 April 2021

पराली जलाने की घटनाओं मे हुई अप्रत्याशित वृद्धि,पशुओं के समक्ष चारे का संकट

 


राकेश दूबे सहम्पादक 

सिद्धार्थनगर । जिले के प्रत्येक तहसीलों मे गेहूं की पराली जलाने वाले घटनाओं मे अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है इससें जहां पशुओं के समझ चारे की कमी उत्पन्न हो जाएगा वही प्रशासनिक कार्यवाही नजर नहीं आ रहा है। स्थिति है कि पराली.जलाने की घटनाओं के कारण कुछ जगहों पर घरों मे आग लग गई है।इससे खेतों के मेंड पर लगाए गए वृक्षों को भी झुलसने का समाचार है।पराली जलने के कारण भूसा बनाने के कारोबार मे लगे कारोबारी हाथ मल रहे हैं।प्रति ट्राली 1300 रूपया भूसा गिरा रहे कामगारों का कारोबार बढिया हो जाता रहा है।इसके लिए विगत 01अप्रैल को एसडीएम डुमरियागंज ने प्रेस नोट के माध्यम से जानकारी दी थी कि ऐसे 218 व्यक्ति चिन्हित किए गए हैं। खेत मे अपशिष्ट के आग से बचाव के लिए प्रत्येक गांव के दो-दो संभावित शरारती व्यक्तियों को नोटिस जारी किया गया है।इस बारे मे एसडीएम इटवा उत्कर्ष श्रीवास्तव से पूछने पर कि पराली जलाने वालों पर कार्यवाही के विषय मे कहा कि अभी शासनादेश नहीं आया है।आज बैठक हुई थी अगर शासनादेश आया तो कार्यवाही की जाएगी।स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है।ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व एस डीएम बांसी ने बताया कि तहसीलदार के पास कार्यवाही की जानकारी होगी ।कार्यवाही हुआ होगा।पराली जलाने के कारण कई लोगों का फसल जल गया मेरै द्वारा लिखा पढी किया गया है।एसडीएम डुमरियागंज त्रिभुवन प्रसाद ने काल रिसीव नहीं किया और शोहरतगढ़ एसडीएम शिवमूर्ति सिहं ने कहा कि हमारे यहां पराली जलाने के घटना की सूचना नहीं है।

No comments:

गठित जांच कमेटी द्वारा कार्यों (सड़क) को घोषित किया श्रमदान

सिद्धार्थनगर। जनपद सिद्धार्थनगर के नगर पंचायत शोहरतगढ़ के जिम्मेदारों द्वारा भ्रष्टाचार का कारनामा सामने आया है। वहीं पूर्व में निवर्तमान चे...